Betul News: बैतूल। ग्राम पंचायत चिरापाटला में सरपंच और सचिव की मिलीभगत से शासकीय राशि का गबन करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमंत वागद्रे के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत के विभिन्न निर्माण कार्यों में फर्जी बिल लगाकर शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया है, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है।
फर्जी बिलों के माध्यम से की गई हेराफेरी
ग्राम पंचायत चिरापाटला में शासकीय योजनाओं के तहत शौचालय निर्माण, भवन निर्माण, तालाब निर्माण, बोल्डर चेक डैम, समतलीकरण, कपिल धारा, पेयजल कूप समेत अन्य निर्माण कार्यों के लिए फर्जी बिल लगाए गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच और सचिव ने इन फर्जी बिलों के माध्यम से शासकीय राशि का आहरण कर गबन किया है। इसके अलावा, हाट बाजार की अवैध वसूली का भी आरोप लगाया गया है, जिसमें पूरी राशि सरपंच और सचिव द्वारा हड़प ली जाती है।
सरपंच के रिश्तेदारों को अवैध लाभ पहुंचाने का आरोप
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि सरपंच शिवपाल पिता डोमू के भाई को अवैध रूप से निर्माण कार्यों में मजदूरी के फर्जी बिल बनाकर फायदा पहुंचाया गया है। इसके साथ ही, पंचायत की कचरा समेटने वाली गाड़ी को भी सरपंच ने अपने घर पर अवैध रूप से खड़ा रखा है और उसे घरेलू कामों के लिए इस्तेमाल कर रहा है।
पहले भी हुई शिकायत, पर कार्रवाई शून्य
ग्रामीणों ने बताया कि पहले भी सरपंच और सचिव की इन धांधलियों के खिलाफ कलेक्टर को शिकायत की गई थी, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से इनके हौसले और बुलंद हो गए हैं। ज्ञापन में मांग की गई है कि पंचायत चिरापाटला के निर्माण कार्यों की निष्पक्ष जांच की जाए और फर्जी बिलों का सत्यापन कराया जाए, जिससे सरपंच और सचिव की धांधलियां सामने आ सकें।
ज्ञापन सौंपने वालों में कांग्रेस जिलाध्यक्ष हेमंत वागद्रे, हर्ष भुसारी, आशुतोष आर्य, आयुष पण्डोले, शानू कुमरे, सौरभ जयसवाल, मनोज उईके, तौफीक खान, श्रीराम यादव, राजा आर्य, मनोज धुर्वे, बिट्टू धुर्वे, नयन खतरकर, पप्पू उईके, भारत धुर्वे, कन्हैया धानवारे, विश्राम वरकडे, आदर्श उइके समेत अन्य ग्रामीण शामिल थे। सभी ने कलेक्टर से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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