Betul Samachar: बैतूल। शासकीय एकीकृत माध्यमिक बालक शाला चिचोली के परिसर में बड़े पैमाने पर रेत और गिट्टी का भंडारण किए जाने को लेकर चिचोली नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 15 की पार्षद नेहा रूपेश आर्य ने कलेक्टर से शिकायत की है। पार्षद नेहा आर्य ने इस मामले में खनिज विभाग की ओर से की गई कार्यवाही पर गंभीर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पार्षद नेहा आर्य ने अपने शिकायत में उल्लेख किया कि शाला परिसर में रेत और गिट्टी के भंडारण के कारण बच्चों के खेलकूद में बाधा आ रही है और दुर्घटना होने की संभावना भी बनी हुई है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने 6 अगस्त 2024 को जनसुनवाई के माध्यम से कलेक्टर सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया था। इसके बाद, 8 अगस्त 2024 को खनिज विभाग के अमले ने मौके पर पहुंचकर भंडारण की जांच की और प्रकरण तैयार किया, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह भंडारण किस फर्म द्वारा किया गया और इसके लिए किस विभाग से अनुमति ली गई थी।
पार्षद ने आरोप लगाया है कि इतनी बड़ी मात्रा में रेत और गिट्टी का भंडारण किए जाने के बावजूद, खनिज विभाग की जांच में इस मामले को राजनैतिक प्रभाव और लेनदेन के माध्यम से रफादफा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कर यह स्पष्ट किया जाए कि किस फर्म ने यह भंडारण किया, इसके लिए कितनी मात्रा की अनुमति ली गई थी और किस प्रयोजन से यह भंडारण किया गया।
ज्ञापन में पार्षद ने संबंधित विभागों से दोषी अधिकारियों और शाला परिसर के जिम्मेदार कर्मचारियों पर कठोर न्यायिक कार्यवाही की मांग भी की है। उन्होंने कलेक्टर से अनुरोध किया है कि इस प्रकरण की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके। इस ज्ञापन की प्रतिलिपि कमिश्नर खनिज विभाग, जिला खनिज अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी बैतूल, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग और खण्ड शिक्षा अधिकारी को भी भेजी गई है, ताकि इस मामले में त्वरित और आवश्यक कार्यवाही की जा सके।