बैतूल। श्री मांझी अंतरराष्ट्रीय समाजवाद आदिवासी किसान सैनिक संस्था के प्रान्त उप कोषाध्याक्ष श्रवण परते ने जिला कलेक्टर को एक लिखित शिकायत सौंपी है। शिकायत में उन्होंने बताया कि 11 मई 2024 को, वे जमुना प्रवीण को प्रसव के लिए आदर्श धनोरा भीमपुर सी.एस.सी. लेकर गए थे, जहाँ स्टाफ नर्स रेणुका तिवारी द्वारा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
परते ने अपने आवेदन में उल्लेख किया कि सुबह 7 बजे जब उन्होंने स्टाफ नर्स को आवाज दी तो वे वेटिंग रूम में आराम कर रही थीं। पेशेंट की गंभीर स्थिति को देखते हुए, जब उन्होंने स्टाफ नर्स से महिला को अटेंड करने का अनुरोध किया, तो नर्स ने अपमानजनक भाषा का उपयोग किया और कहा कि “मुझे आराम करने दो”। इसके अतिरिक्त, नर्स ने कहा, “मेरे आदेश के बिना यहाँ बी.एम.ओ. भी जूते-चप्पल लेकर नहीं आ सकता” और उन्हें गालियाँ भी दीं। परते ने यह भी बताया कि इस घटना का सी.सी.टी.वी. फुटेज उपलब्ध है, जो उनकी शिकायत को सत्यापित कर सकता है।
एम्बुलेंस ड्राइवर के खिलाफ रिश्वत के आरोप
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके अलावा, 13 मई 2024 को जब पेशेंट को डिस्चार्ज किया गया, तो 108 एम्बुलेंस के ड्राइवर ने निःशुल्क सेवा के बावजूद 200 रुपये की मांग की। परते ने अपने आवेदन में कलेक्टर से इस मामले की तत्काल जांच करने और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो उनका संगठन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा और इस मामले को सी.एम. हेल्पलाइन पर भी दर्ज कराया जाएगा। परते ने इस शिकायत की प्रतिलिपि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बैतूल और बी.एम.ओ. भीमपुर को भी भेजी है, ताकि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कदम उठाए जा सकें। उनका कहना है इस घटना ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आदिवासी समुदाय के साथ इस तरह के दुर्व्यवहार को लेकर आक्रोश व्याप्त है।