Betul Ki Khabar : बैतूल। संविधान सभा के सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 123वीं जयंती तहसील आठनेर के अंतर्गत गुनखेड़ में मनाई गई। इस अवसर पर शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता लीलाधर नागले के मुख्य आतिथ्य में एक पौधा मां के नाम अभियान के अंतर्गत औषधीय पौधे लगाए गए।
जयंती के अवसर पर सर्वप्रथम श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नमन किया गया। महान शिक्षाविद, चिन्तक, संविधान सभा के सदस्य श्यामा प्रसाद मुखर्जी के अतुलनीय योगदान के बारे में ग्रामीणों को बताते हुए लीलाधर नागले ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर के लिए अलग विधान, अलग झण्डा का सदैव विरोध किया और एक राष्ट्र-एक विधान (संविधान) के पक्ष में कार्य करते रहे। उनके सपने आज साकार हुए हैं। अब कश्मीर में भी सम्पूर्ण भारत के लिए जो विधान है, वही है। (Betul Ki Khabar)
Betul Ki Khabar : श्यामा प्रसाद मुखर्जी का राष्ट्रहित में योगदान अतुलनीय: लीलाधर नागले
“सबका रक्त – एक जैसा है” के सिद्धांत पर काम करते हुए अखण्ड भारत के लिए श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने ऐतिहासिक योगदान दिया। आज इस अवसर पर एक पौधा माँ के नाम अभियान के अंतर्गत लक्ष्मी तरु के औषधीय पौधे लगाते समय महेंद्र कनाठे, लीलाधर नागले, राजू चिल्हाटे, विजय पण्डागरे, उकण्ड्या गवाहड़े, वामनराव वागद्रे, चन्द्रहास कनाठे, सहदेव वागद्रे, राजकुमार वागद्रे, कैलाश नागले, पंढरीनाथ वागद्रे, देवराव चिल्हाटे, दिनकर कनाठे, भरत कनाठे, अजाबराव गावंडे, केशो चिल्हाटे सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे। (Betul Ki Khabar)