Atikraman: गंज बाबू चौक पर सड़क तक पसरा सब्जी बाजार
करोड़ों खर्च कर बनी सड़क पर हो रहा अतिक्रमण, यातायात व्यवस्था ध्वस्त
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Atikraman: शहर के सबसे व्यस्ततम गंज बाबू चौक आजकल दुर्घटनाओं का केंद्र बनता जा रहा है। चौक पर फुटकर सब्जी व्यापारियों के अतिक्रमण ने यातायात व्यवस्था को पूरी तरह से जाम कर दिया है। सड़क तक फैलाकर लगाए जा रहे पाल पर्दों के कारण यहां ब्लाइंड टर्न की स्थिति निर्मित हो गई है।
लेकिन नगर पालिका प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।गौरतलब है कि शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु करने और नागरिकों को जाम से राहत देने के उद्देश्य से करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई सड़क भी अब अपना महत्व ही खो चुकी है।
सड़क पर सब्जी व्यापारियों द्वारा किए गए अतिक्रमण और पाल पर्दों की भरमार ने यातायात को बाधित करने के साथ ही सड़क निर्माण पर खर्च की गई राशि को भी व्यर्थ कर दिया है। जिन राहगीरों और वाहन चालकों को राहत मिलने की उम्मीद थी, वे आज रोजाना जाम, अव्यवस्था और दुर्घटनाओं का सामना कर रहे हैं।
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सड़क पर बेतरतीब तरीके से लगी दुकानों और पाल पर्दों के कारण वाहन चालकों को चलने की जगह तक नहीं मिल रही, जिससे करोड़ों की यह योजना मजाक बनकर रह गई है। चौक पर सब्जी व्यापारियों द्वारा लगाए गए पाल पर्दे सड़क को संकरा बना रहे हैं, वाहन चालकों की विजिबिलिटी भी पूरी तरह से बाधित कर रहे हैं।
प्रियेश मेडिकल वाली रोड पर दोनों ओर के टर्निंग पॉइंट्स पूरी तरह से ब्लॉक हो चुके हैं, जिससे वाहन चालकों को सामने से आने वाले ट्रैफिक का अंदाजा नहीं लग पाता। इसी कारण आए दिन बाइक, स्कूटी, ऑटो और चार पहिया वाहनों की आपस में भिड़ंत हो रही है।
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स्थानीय नागरिकों का कहना है कि नगर पालिका को कई बार अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। लोगों का सवाल है कि क्या नगर पालिका किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रही है? अगर कल को कोई जानलेवा दुर्घटना हो जाती है, तो उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? नागरिकों में इसको लेकर खासा आक्रोश देखा जा रहा है।
नगर पालिका जगह नहीं दे रही इसलिए सड़क पर लगा रहे दुकान
वहीं दूसरी ओर फुटकर सब्जी व्यापारियों का कहना है कि उन्हें नगर पालिका द्वारा कोई स्थाई जगह नहीं दी गई है, जिसके कारण वे मजबूरी में सड़क किनारे दुकान लगाने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि अगर उन्हें किसी निश्चित स्थान पर व्यवस्थित किया जाए तो वे भी सड़क पर नहीं बैठेंगे। स्थिति अब इतनी बिगड़ चुकी है कि अगर जल्द ही प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों की जान से खिलवाड़ को लेकर सवाल उठ रहे हैं और नगर पालिका की निष्क्रियता पर गंभीर आरोप लग रहे हैं।