Betul Ki Khabar : सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग को पहुंचाया गहरा आघात: मर्सकोले

Betul Ki Khabar : बैतूल। सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के हालिया फैसले से अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग में गहरा असंतोष फैल गया है। इस फैसले में कोर्ट ने क्रीमीलेयर और उप-वर्गीकरण का निर्णय सुनाया, जिससे समाज के इन वंचित वर्गों को गहरा आघात पहुंचा है। इसी के विरोध में अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) ने पूरे देश में शांतिपूर्ण बंद का समर्थन किया है। बैतूल में भी अजाक्स के जिला अध्यक्ष छत्रपाल मर्सकोले ने इस फैसले को समाज के लिए हानिकारक बताते हुए केंद्र सरकार से तत्काल कदम उठाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने प्रदर्शन के दौरान सभी से आपसी सौहार्द बनाए रखने का आग्रह भी किया।

छत्रपाल मर्सकोले ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में सैकड़ों वर्षों से हो रहे जातिगत भेदभाव, अस्पृश्यता और असमानता को नज़रअंदाज कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से समाज के इस कमजोर वर्ग में गहरी नाराजगी और असंतोष व्याप्त हो गया है। अजाक्स का मानना है कि क्रीमीलेयर और उप-वर्गीकरण जैसे निर्णयों से समाज में और अधिक असमानता बढ़ेगी, जिससे इन वर्गों के उत्थान की प्रक्रिया पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।

अजाक्स ने केंद्र सरकार से यह आग्रह किया है कि वह इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अध्यादेश लाकर आरक्षण को संविधान की नौंवी अनुसूची में शामिल करे। मर्सकोले ने कहा कि यदि ऐसा नहीं किया गया, तो इस फैसले से उत्पन्न स्थिति के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि पूरे अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग में इस फैसले के खिलाफ जबरदस्त आक्रोश है, और समाज के हित में सरकार को तुरंत निर्णय लेना चाहिए।

इस दौरान, अजाक्स के मीडिया प्रभारी नरेंद्र खातरकर ने भी इस मांग को प्रमुखता से उठाया और कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही आवश्यक कदम नहीं उठाए, तो समाज में असंतोष और गहराएगा। उन्होंने कहा कि अजाक्स का उद्देश्य है कि सभी वर्गों के अधिकार सुरक्षित रहें और उन्हें संविधान में निर्धारित अधिकारों से वंचित न किया जाए।

अजाक्स का यह शांतिपूर्ण बंद और विरोध प्रदर्शन बैतूल समेत पूरे देश में व्यापक रूप से सफल रहा, जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सरकार पर दबाव डालने के लिए इस बंद को एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, और अजाक्स की ओर से इस मुद्दे पर सरकार के अगले कदम पर करीबी नजर रखी जाएगी। प्रदर्शन में जिला महासचिव आरके विजयकर विधानसभा अध्यक्ष राजेश सातनकर तहसील उपाध्यक्ष लीलाधर नागले महासचिव संदीप पाटिल सचिव कमल खडसे आदि मौजूद थे।

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