Betul Smachar: बैतूल। पिछले कई वर्षों से बैतूल जिले के नागरिक, विशेषकर बैतूल के निवासी, नई ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग कर रहे हैं। तत्कालीन सांसद और वर्तमान केन्द्रीय मंत्री डीडी उईके से कई बार निवेदन किया गया है, परंतु अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
पत्रकार मुस्ताक हुसैन रिजवी ने कहा कि नागपुर रेल मंडल का बैतूल स्टेशन, नागपुर के बाद रेलवे व्यापार के मामले में सर्वाधिक आमदनी देने वाला स्टेशन है, बावजूद इसके यहां कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव नहीं है। अगर निम्नलिखित ट्रेनों का स्टॉपेज बैतूल स्टेशन पर दिया जाता है, तो निश्चित ही जिले के नागरिकों को सुविधाएं मिलेंगी और रेलवे का राजस्व भी बढ़ेगा।
20482/83 त्रिरचना पल्ली से भगत की कोठी, 20845/46 बिलासपुर से बीकानेर, 12621/22 चेन्नई से नई दिल्ली, 22613/14 रामेश्वरम से अयोध्या, तेलंगाना एक्सप्रेस (नई दिल्ली से हैदराबाद), 12539/40 यशवंतपुर से जबलपुर, 22674/75 मुन्नागुड़ी से भगत की कोठी, 16787/86 तिरीचुल्ला पल्ली से कटरा, 17610/11 पूर्णा से पटना, 12625/26 केरला एक्सप्रेस (नई दिल्ली से तिरुवनंतपुरम), 22631/32 मदुरई से बीकानेर, 22403/04 पाण्डीचेरी से नई दिल्ली, 20918/19 हमसफर एक्सप्रेस (पुरी से इंदौर), 12687/88 मदुरई से चंडीगढ़, 22535/36 रामेश्वरम से बनारस, 22705/06 तिरुपति से जम्मू तवी, बैतूल से छिन्दवाड़ा (पैसेंजर), मेमो नागपुर-आमला-बैतूल।
अगर इन सभी ट्रेनों का ठहराव बैतूल स्टेशन पर सुनिश्चित किया जाता है, तो यह बैतूल जिले के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा,स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। नागरिकों को बेहतर रेल सुविधाएं मिलने से आवागमन में भी आसानी होगी और जिले का चौमुखी विकास संभव हो सकेगा।
बैतूल स्टेशन पर नई ट्रेनों के ठहराव से यात्रियों को सुविधा होगी। जिले के व्यवसाय और उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा। रेलवे राजस्व में वृद्धि होने से भविष्य में और भी अधिक विकास कार्य संभव हो सकेंगे। यह कदम बैतूल को एक महत्वपूर्ण रेल हब बनाने की दिशा में अहम साबित हो सकता है।