Ambedkar Jayanti: अंबेडकर जयंती पर छात्रों ने जाना संविधान का महत्व, पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में हुआ आयोजन

बाबा साहब ने भारतीय संविधान की रचना कर देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने की नींव रखी:डॉ.सुखदेव डोंगरे

Ambedkar Jayanti: पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में रविवार को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती अनुसूचित जाति एवं जनजाति छात्र संगठन के तत्वावधान में मनाई गई। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर सुखदेव डोंगरे, महेंद्र सिंह, पूर्व शिक्षिका मीरा शेषकर और भागरती डोंगरे मौजूद रहीं। कार्यक्रम में छात्रावास के लगभग 80 छात्र शामिल हुए। मुख्य वक्ता डॉक्टर सुखदेव डोंगरे ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाबा साहब ने भारतीय संविधान की रचना कर देश को एक विकसित राष्ट्र बनाने की नींव रखी।

उनका सपना था कि भारत सामाजिक न्याय और समानता के रास्ते पर आगे बढ़े। उन्होंने छात्रों से संविधान को समझने और उसकी मूल भावना को अपनाने की अपील की। महेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान देश के प्रत्येक नागरिक का अधिकार और कर्तव्य निर्धारित करता है। उन्होंने कहा कि हर छात्र को संविधान पढ़ना चाहिए, ताकि वह अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को जान सके। भागरती डोंगरे ने अपने विचार रखते हुए कहा कि डॉ. अंबेडकर ने हिंदू कोड बिल के माध्यम से भारतीय महिलाओं को सामाजिक गुलामी से मुक्ति दिलाई।

उन्होंने कहा कि आज जो महिलाएं स्वतंत्र रूप से अपने निर्णय ले पा रही हैं, उसका श्रेय बाबा साहब की दूरदर्शिता को जाता है। पूर्व शिक्षिका मीरा शेषकर ने कहा कि बाबा साहब का मंत्र शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा है। यदि युवा इस सूत्र को आत्मसात कर लें तो उनका सर्वांगीण विकास संभव है। कार्यक्रम को सफल बनाने में अनुराग मर्सकोले, पंकज उइके, अजीत उइके, रोहित धुर्वे, गोपाल धुर्वे, दयाराम चिचाम, गुरु स्वरूप काकोड़िया, अल्केश धुर्वे, मनीष लोखंडे और दीपांशु कवड़े का विशेष योगदान रहा।

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