Betul News: कलश यात्रा के साथ गायत्री मंदिर मुलताई में शुरू हुई माँ ताप्ती महिमा कथा
Betul News: Maa Tapti glory story started in Gayatri temple Multai with Kalash Yatra
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Betul News: मुलताई। जन जन तक मां ताप्ती की पुराणोक्त सच्ची धार्मिक और एतिहासिक जानकारी पहुंचाने हेतू मां ताप्ती महिमा प्रचार समिति ने जन्मोत्सव के पावन अवसर पर ताप्ती तट स्थित गायत्री शक्तिपीठ में रविवार को दोपहर 2 बजे भव्य कलश यात्रा निकालकर ताप्ती महिमा कथा का शुभारंभ किया गया।
समिति अध्यक्ष सन्तोष गुप्ता ने बताया कि यह कथा महाभारत, और कई पुराणों में जो मां ताप्ती जी का उल्लेख मिलता है, उन प्रमाणिक तथ्यों से परिपूर्ण है। जो गोवर्धन वासी भगवत गीता शोध संस्थान के संस्थापक, वेद पुराणों के मनीषी, साहित्यकार वैष्णवाचार्य डॉ विश्वामित्र शरण जी के मुखारबिंद से संपन्न हो रही है। राजू पाटनकर ने बताया कि मां ताप्ती जी की महिमा का गुणगान विश्वामित्र शरण जी द्वारा बीते तीन दशकों से लगातार किया जा रहा है।
Betul News: कलश यात्रा के साथ गायत्री मंदिर मुलताई में शुरू हुई माँ ताप्ती महिमा कथा
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वही मुलताई में महिमा कथा बीते अठारह वर्षो से लगातार हो रही है। इसके अलावा मुलताई से बुरहानपुर तक 21 स्थानों पर भी मां ताप्ती जी की महिमा विश्वामित्र शरण जी ने बतलाई है। मां ताप्ती चालीसा, तपती यश चंद्रिका जैसी अनमोल रचनाएं भी महिमा में समर्पित की है। लोकेश यादव ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक ताप्ती तट गायत्री शक्तिपीठ में संपन्न होगी। (Betul News)
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राजा परीक्षित और जन्मेजय की सुनाई कथा
कथा की शुरुआत में वैश्णवाचार्य डॉक्टर विश्वामित्र शरण महाराज द्वारा राजा परीक्षित और जन्मेजय की कथा सुनाते हुए बताया गया कि राजा परीक्षित को सांप ने काट लिया था, जिससे गुस्से में आए जन्मेजय ने विशाल यज्ञ करवाया था, जिससे कि पृथ्वी पर मौजूद सांप भीषण ताप से जलने लगे थे। सांपों को जलता हुआ देख जन्मेजय के मन में प्रायश्चित करने का भाव उत्पन्न हुआ और उन्होंने मां ताप्ती की आराधना की। उनसे सांपो के ताप को हरने के लिए प्रार्थना की। मां ताप्ती ने ताप का हरण कर सभी सांपों को मुक्ति दिलाई और तब से मां ताप्ती सर्प वाहिनी कहलाई। मां ताप्ती ने सर्प को अपने वाहन के रूप में स्वीकार किया और जनमेजय को मुक्त किया। (Betul News)
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मां ताप्ती जल के सेवन से दूर होता है हकलाना : विश्वामित्र शरण महाराज
इस अवसर पर डॉक्टर विश्वामित्र शरण महाराज ने बताया कि मां ताप्ती के जल का रोज सेवन करने से हकलाना दूर हो जाता है। रोज सुबह उठकर मां ताप्ती के जल का आचमन करना चाहिए। मां ताप्ती तन, मन के साथ साथ सभी तरह के तापों को हरती है और सभी पापों से मुक्ति दिलाती है। (Betul News)