पेटीएम के CEO ने 2.1 करोड़ ESOPs सरेंडर की

SEBI ने अगस्त 2024 में नोटिस भेजा था, नियमों के उल्लंघन का था आरोप

                                                                 फाइल फोटो

पेटीएम ने बुधवार (16 अप्रैल) को बताया कि कंपनी के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा ने 2019 में उन्हें दिए गए 21 मिलियन यानी 2.1 करोड़ एम्प्लॉई स्टॉक ऑप्शन (ESOPs) सरेंडर कर दिए हैं। SEBI ने शेयर-बेस्ड एम्प्लॉई बेनेफिट्स देने के नियमों के उल्लंघन पर 2024 में कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसी के बाद उन्होंने ये फैसला लिया है। अगस्त 2024 में सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने बताया था कि विजय शेखर शर्मा को 2.1 करोड़ एम्प्लॉई स्टॉक ऑप्शन (ESOPs) देना, शेयर-बेस्ड एम्प्लॉई बेनेफिट्स को कंट्रोल करने वाले उसके नियमों का उल्लंघन है। भारतीय नियमों के अनुसार, कंपनी के फैसलों को प्रभावित करने की क्षमता रखने वाले बड़े शेयरधारक ESOPs नहीं रख सकते हैं। ESOP या एम्प्लॉई स्टॉक ओनरशिप प्लान एक ऐसी योजना है जिसमें कंपनी अपने कर्मचारियों को कंपनी के शेयर ऑफर करती है जो आमतौर पर मार्केट वैल्यू से कम कीमत पर होते हैं। यह एक तरह का एम्प्लॉई बेनिफिट है जो एम्प्लॉइज को कंपनी में हिस्सेदारी देता है। नवंबर 2021 में, पेटीएम ने भारत के सबसे बड़े आईपीओ में से एक में ₹16,600 करोड़ जुटाए। आईपीओ से पहले, पेटीएम ने शर्मा और दूसरे एम्प्लॉइज को पुरस्कृत करने के लिए अपने ईएसओपी पूल को 24 मिलियन से बढ़ाकर 61 मिलियन कर दिया। ESOP को ₹2,150 के आईपीओ मूल्य की तुलना में केवल ₹9 प्रति शेयर पर दिया गया। जब पेटीएम ने अपने आईपीओ दस्तावेज दाखिल किए, तो शर्मा को प्रमोटर के बजाय नॉन-प्रमोटर (पब्लिक शेयरहोल्डर) के रूप में क्लासिफाई किया था। पेटीएम ने खुद को एक प्रोफेशनली मैनेज्ड कंपनी बताया, जिसमें कोई पहचान योग्य प्रमोटर नहीं है। सेबी के नियमों के तहत इसकी अनुमति है, यदि किसी व्यक्ति या संस्था का कंपनी पर स्पष्ट नियंत्रण नहीं है। इस क्लासिफिकेशन की वजह से शर्मा को 2019 में 21 मिलियन ईएसओपी मिली, जिसका मूल्य आईपीओ के समय लगभग 500 मिलियन डॉलर (करीब 4250 करोड़ रुपए) था। सेबी ने तर्क दिया कि पेटीएम पर शर्मा के प्रभाव और नियंत्रण से पता चलता है कि उन्हें प्रमोटर के रूप में वर्गीकृत किया जाना चाहिए था, जिससे वे ईएसओपी के लिए अयोग्य हो गए। सेबी के नियम किसी कंपनी के 10% से अधिक शेयर (प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से) रखने वाले प्रमोटरों और निदेशकों को ईएसओपी प्राप्त करने से रोकते हैं। ऐसे में शर्मा ने आईपीओ से पहले अपनी शेयरहोल्डिंग को 10% से कम रखने के लिए 14.7% से घटाकर 9.1% कर दिया। उन्होंने एक्सिस ट्रस्टी मैनेज्ड फैमिली ट्रस्ट को ये शेयर ट्रांसफर किए थे। जनवरी 2023 में, प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज (IiAS) ने कहा कि शर्मा ने खुद को प्रमोटर के रूप में क्लासिफाई नहीं किया है, इसके बावजूद वह पर्मानेंट बोर्ड सीट जैसे अधिकारों को एन्जॉय कर रहे हैं। IiAS ने तर्क दिया कि पेटीएम पर उनका नियंत्रण, उनके प्रत्यक्ष (9%) और अप्रत्यक्ष (शर्मा फैमिली ट्रस्ट के माध्यम से 4.7%) शेयरहोल्डिंग के साथ मिलकर, 10% सीमा का उल्लंघन करता है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने अगस्त 2009 में पेटीएम पेमेंट ऐप को लॉन्च किया था। इसके फाउंडर विजय शेखर शर्मा है। अभी देश में पेटीएम के 30 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। पेटीएम का मार्केट कैप करीब 28 हजार करोड़ रुपए है।

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