Maa Tapti Janmotsav: मां ताप्ती जन्मोत्सव सप्ताह: तीसरे दिन कामधेनु चौक पर हुआ गौ पूजन, गौ संरक्षण का दिलाया संकल्प

Maa Tapti Janmotsav: Maa Tapti Janmotsav week: Cow worship took place at Kamdhenu Chowk on the third day, pledge taken for cow protection.

Maa Tapti Janmotsav: मुलताई। सूर्यपुत्री मा ताप्ती तीर्थ क्षेत्र न्यास मुलताई द्वारा मंगलवार कामधेनु चौक पर गौ पूजन किया गया। तीन दिन पहले समिति द्वारा ताप्ती जन्म उत्सव सप्ताह कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। जिसमें पहले दिन ताप्ती जल का कलश 125 गांव तक पहुंचाया गया था। वही कल देवालयों सहित विभिन्न स्थानों की सफाई की गई थी।

मंगलवार गौपूजन कर गौ संरक्षण का संकल्प लिया गया है। जिसमे गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी यादोराव निंबालकर, थाना प्रभारी राजेश सातनकर, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष गणेश साहू, सभापति रितेश विश्वकर्मा सहित अन्य अतिथि उपस्थित थे। माँ ताप्ती जन्मोत्सव सप्ताह के तृतीय दिवस पर गौमाता पूजन एवं गौसंवर्धन पर संगोष्ठी संपन्न हुई।

Maa Tapti Janmotsav: मां ताप्ती जन्मोत्सव सप्ताह: तीसरे दिन कामधेनु चौक पर हुआ गौ पूजन, गौ संरक्षण का दिलाया संकल्प

सूर्य पुत्री मां ताप्ती तीर्थ क्षेत्र न्यास विगत 8 वर्षों से गौ संवर्धन पर 125 ग्रामों में कार्य कर रहा है। गौ समाधि केंद्र बना कर ग्राम में गौ वंश का सम्मान पूर्वक वैज्ञानिक विधि से अंतिम संस्कार किया जाता है। रितेश विश्वकर्मा, गणेश साहू ने बताया कि अधिकांश ग्राम में गौ समाधि की खाद का उपयोग अपने खेतों में कर धरती की उर्वरा शक्ति को बढ़ा रहे है। (Maa Tapti Janmotsav)

गौ सेवकों का सम्मान कर अन्य लोगों को गौ पालन कर उनकी सेवा के लिए प्रेरित किया जा रहा है। माँ ताप्ती के तट से जो परम्परा प्रारम्भ हुई थी, आज कई ग्राम उसका अनुसरण कर रहे है। सभी न्यास के इन ग्रामों में गौ समाधि केंद्र के दर्शन कर सकते है। माँ ताप्ती के श्री क्षेत्र मे इन महत्वपूर्ण विषयो पर न्यास प्रति वर्ष कार्य कर रहा है। (Maa Tapti Janmotsav)

बुधवार 10 जुलाई को ग्रामों में बने मां ताप्ती उपवन एवं नगर में पौधरोपण किया जाएगा। 11 जुलाई को समरसता दिवस निमित्त प्रत्येक घर से खिचड़ी संग्रह किया जाएगा। 12 जुलाई को नगर में ताप्ती तट पर मां ताप्ती बनो प्रतियोगिता के बाद मां ताप्ती की महाआरती एवं प्रसादी वितरण होगा। 13 जुलाई जन्मोत्सव पर परिक्रमा मार्ग पर सुबह 7 बजे से दंडवत परिक्रमा की जाएगी। जिसके बाद अन्य कार्यक्रमों के साथ शाम को प्रत्येक ग्रामों में दीपोत्सव मनाया जाएगा। (Maa Tapti Janmotsav)

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