Betul News: घोघरी जलाशय सिंचाई योजना में चूक: छाता ग्राम के किसानों को नहीं मिल रहा लाभ

Betul News: Default in Ghoghri Reservoir Irrigation Scheme: Farmers of Chhata village are not getting benefits.

Betul News: बैतूल। पूर्व कलेक्टर प्रदीप कुमार कालभोर ने हाल ही में जलसंसाधन विभाग के कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, कैबिनेट मंत्री वी सोमन्ना, और सीआर पाटील जल शक्ति मंत्रालय को ज्ञापन प्रेषित किया है। उन्होंने घोघरी जलाशय (मध्यम प्रकल्प) के सिंचाई लाभ से वंचित बैतूल तहसील के ग्राम छाता के खेतीहर किसानों की समस्या का समाधान करने की मांग की है, बता दें कि पूर्व कलेक्टर प्रदीप कुमार कालभोर, ग्राम रोंढा में जन्मे हैं, अपने जन्मभूमि और क्षेत्रवासियों के प्रति समर्पित हैं।

उन्होंने अधिकारियों से निवेदन किया है कि इस गंभीर चूक पर शीघ्र पुनर्विचार कर आवश्यक कार्यवाही करें ताकि क्षेत्र के किसानों को सिंचाई की सुविधा मिल सके और उनकी कृषि में सुधार हो सके। कालभोर ने बताया कि बैतूल तहसील स्थित सिंचाई विभाग द्वारा क्रियान्वित घोघरी मध्यम सिंचाई जलाशय प्रकल्प की आधारभूत संरचना के बावजूद ग्राम छाता (प.ह.नं.62) के कृषि क्षेत्र को इस प्रकल्प की सिंचाई सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

Betul News: घोघरी जलाशय सिंचाई योजना में चूक: छाता ग्राम के किसानों को नहीं मिल रहा लाभ

इस चूक का कारण प्रकल्प/जलाशय के सर्वेक्षण और संरचना के दौरान की गई असावधानी है, जिसके चलते ग्राम छाता के खेतों को लाभ क्षेत्र में शामिल नहीं किया गया है। प्रदीप कुमार कालभोर ने व्यक्तिगत उदाहरण देते हुए बताया कि उनके खुद के खेत खसरा नंबर 373, 64/1, 66/4, 66/5, 67 (कुल क्षेत्रफल 4.050 हेक्टेयर्स) को जलाशय के संरेखन के बाहर रखा गया है। इसी प्रकार, ग्राम रोंढा (प.ह.न. 51) के कई खेतों में भी पाईप लाईन नहीं डाली गई है, जो कि गंभीर चूक है। (Betul News)

कालभोर ने ज्ञापन में निवेदन किया है कि ग्राम छाता के खातेदार कृषकों के खेतों को सिंचाई सुविधा हेतु लाभ क्षेत्र में समावेश करने के लिए राज्य के जलसंसाधन विभाग के सचिव, संबंधित अधीक्षण यंत्री, और कार्यकारी यंत्री, जलसंसाधन बैतूल को निर्देश जारी किए जाएं। ताकि गरीब खेतीहर किसानों को खेती सिंचाई के लाभ से वंचित नहीं होना पड़े। (Betul News)

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